सरकारी पत्र

         सरकार के कामकाज से संबंधित पत्र सरकारी पत्र या शासकीय पत्र (Official Letter) कहलाते हैं। इनका प्रयोग सरकारी विभागों/कार्यालयों द्वारा किया जाता है। सरकार के कामकाज के संबंध में अनेक तरह के पत्राचार किए जाते हैं इस प्रक्रिया में सबसे अधिक प्रयोग सरकारी पत्रों का होता है। इनका एक निश्चित प्रारूप और शैली होती है उसी के अनुसार यह लिखे जाते हैं। इन्हें लिखते समय मौलिक प्रयोग नहीं किया जा सकता। ऐसा नहीं है कि एक प्रदेश सरकार एक तरह से लेखन करेगी और दूसरे प्रदेश की सरकार दूसरे तरह की लिखेगी यदि मौलिक प्रयोग करते हुए इन्हें लिखा जाता है, तो यह गलत या अनियमित होगा।

सरकारी पत्र की विशेषताएं

1. सरकारी पत्र पूरी तरह से औपचारिक होते हैं इनमें व्यक्तिगत परिचय अथवा पहचान की झलक नहीं होती है।
2. यह संक्षिप्त और संतुलित होते हैं नपे-तुले शब्दों का प्रयोग इनमें होता है।
3. इनमें राजभाषा की शब्दावली रखी जाती है, इनमें प्रयोग की गई भाषा संयत और शिष्ट होती है।
4. सरकारी पत्र हमेशा अन्य पुरुष (थर्ड पर्सन) में लिखे जाते हैं, मैं अथवा हम जैसे सर्वनामों का प्रयोग इनमें नहीं किया जाता।
5. सरकारी पत्र में एक निर्देश अथवा सूचना एक ही पैराग्राफ में लिखा जाता है यदि दूसरी या तीसरी बात लिखनी हो तो 2 या 3 संख्या डालकर नए पैराग्राफ से लिखा जाता है।

सरकारी पत्र के प्रारूप और उदाहरण के लिए वीडियो देखें